Last Updated on April 30, 2025 19:28, PM by Pawan
Indian Oil Q4 : भारत की सबसे बड़ी डाउनस्ट्रीम तेल रिफाइनर, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसी) ने बुधवार, 30 अप्रैल को मार्च तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं जो उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इस अवधि में कंपनी की ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRMs) 8 डॉलर प्रति बैरल रहा है। जो सीएनबीसी-टीवी18 के अनुमान से काफी ज्यादा है। सीएनबीसी-टीवी18 के सर्वे में कंपनी के GMR के 4.5 डॉलर से 6.5 डॉलर प्रति बैरल के बीच रहने का अनुमान लगाया गया था बता दें कि रिफाइनरी से निकलने वाले पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के कुल मूल्य और कच्चे माल की कीमत के बीच के अंतर को ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन कहते हैं। इंडियन ऑयल ने पिछली तिमाही में 2.9 डॉलर प्रति बैरल का GMR हासिल किया था।
31 मार्च 2025 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 7,265 करोड़ रुपए रहा जो दिसंबर तिमाही के 2,874 करोड़ रुपए की तुलना में ज्यादा है। चौथी तिमाही में कंपनी की कामकाजी आय दिसंबर तिमाही के 1.94 लाख करोड़ से बढ़कर 1.95 लाख करोड़ पर सपाट रही है। लेकिन यह CNBC-TV18 के 1.91 लाख करोड़ के अनुमान से ज्यादा है।
चौथी तिमाही में कंपनी का EBITDA मार्जिन 7 फीसदी रहा है जो पिछली तिमाही के 3.7 फीसदी के आंकड़े से ज़्यादा है। CNBC-TV18 के पोल में इसके 4.1 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के शेयरों में नतीजों की घोषणा के बाद उछाल देखने को मिला। लेकिन बाद यह शेयर 1.1 फीसदी बढ़कर 137.31 रुपए परबंद हुआ। शेयर साल-दर-साल आधार पर सपाट है। लेकिन पिछले एक महीने में इसमें 5.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।