Last Updated on May 14, 2025 11:42, AM by
Tata Motors Share Price: टाटा ग्रुप की मोटर कंपनी टाटा मोटर्स के शेयरों में मार्च तिमाही के कमजोर नतीजे पर बिकवाली का तगड़ा दबाव दिखा और यह 3 फीसदी से अधिक टूट गया। फिलहाल इसके शेयर अभी बीएसई पर 1.23 फीसदी की गिरावट के साथ 699.20 रुपये पर है। इंट्रा-डे में यह 3.09 फीसदी टूटकर 686.00 रुपये तक आ गया था। नतीजों की बात करें तो मार्च तिमाही में टाटा मोटर्स का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 51 फीसदी गिरकर 8,470 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि इस दौरान रेवेन्यू 0.4 फीसदी उछलकर 1,19,503 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जगुआर लैंड रोवर के सेल्स वॉल्यूम की बात करें तो नॉर्थ अमेरिका और यूरोप में हाईली प्रॉफिटेबल एसयूवी की मजबूत मांग से यह 1.1 फीसदी बढ़ गया। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 30 जुलाई 2024 को यह एक साल के हाई 1179.05 और पिछले महीने 7 अप्रैल 2025 को एक साल के निचले स्तर 542.55 रुपये पर था।
शेयरों को लेकर क्या होनी चाहिए स्ट्रैटेजी?
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने टाटा मोटर्स की आउटपरफॉर्म रेटिंग को बरकरार रखा है और टारगेट प्राइस 805 रुपये पर फिक्स किया है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि जगुआर लैंड रोवर अमेरिकी टैरिफ और बदलती मैक्रोइकनॉमिक परिस्थितियों में मांग को लेकर सतर्क है लेकिन इसके मार्केट पर अधिक झटके की उम्मीद नहीं है।
घरेलू ब्रोकिंग हाउस एमके ग्लोबल का मानना है कि नियर टर्म ग्रोथ को लेकर चुनौतियां दिख रही हैं लेकिन प्रॉफिटेबिलिटी पर असर दिखने के आसार नहीं हैं। ब्रोकरेज फर्म ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है और 800 रुपये के टारगेट प्राइस में भी कोई बदलाव नहीं किया है।
जेफरीज ने टाटा मोटर्स को अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 630 रुपये पर फिक्स किया है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि जगुआर लैंड रोवर के कम मार्जिन के चलते मार्च तिमाही में टाटा मोटर्स का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 2 फीसदी गया और आगे भी स्थिति ठीक नहीं दिख रही है। जेफरीज के मुताबिक अमेरिकी टैरिफ, चीन से बढ़ते कॉम्पटीशन और बढ़ते कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट के चलते जगुआर लैंड रोवर के लिए यह साल कठिन हो सकता है