Last Updated on May 15, 2025 9:42, AM by
Market view : आज सुबह कुछ देर पहले गिफ्ट निफ्टी बढ़त के साथ 24,757 के आसपास कारोबार कर रहा था। इससे भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टीमें 15 मई को मजबूती के साथ शुरुआत होने के संकेत मिल रहे हैं। पिछले कारोबारी सत्र की बात करें तो भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स 14 मई को वोलेटाइल मार्केट में शुरुआती बढ़त को बरकरार रखने में कामयाब नहीं रहे और मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। बैंकिंग स्टॉक दबाव में रहे, जबकि आईटी, मीडिया, मेटल, रियल्टी ने निचले स्तरों पर सपोर्ट प्रदान किया। कारोबार बंद होने पर सेंसेक्स 182.34 अंक या 0.22 प्रतिशत बढ़कर 81,330.56 पर और निफ्टी 88.55 अंक या 0.36 प्रतिशत बढ़कर 24,666.90 पर बंद हुआ।
गिफ्ट निफ्टी
गिफ्ट निफ्टी 24,757 के आसपास मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है, जो दिन की सकारात्मक शुरुआत का संकेत है।
एशियाई बाजार
गुरुवार को पिछले पांच सत्रों में पहली बार एशिया के शेयर बाजारों में गिरावट आई है। अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता के कारण वॉल स्ट्रीट में आई तेजी में अब थकावट के संकेत दिखाई दे रहे हैं। टॉपिक्स में 0.76 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है। वहीं, निक्केई 0.92 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है। हैंग सेंग में 0.51 फीसदी की कमजोरी है। हालांकि ताइवान के बाजार में 0.08 फीसदी की मामूली तेजी है। वहीं, कोस्पी में 0.03 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है।
अमेरिकी बाजार
बुधवार के सुस्त कारोबारी सत्र के दौरान एसएंडपी 500 थोड़ा ऊपर बंद हुआ। डॉव जोन्स 89.37 अंक या 0.21% गिरकर 42,051.06 पर आ गया। एसएंडपी 500 6.03 अंक या 0.10% बढ़कर 5,892.58 पर पहुंच गया।
US बॉन्ड यील्ड
गुरुवार के शुरुआती कारोबार में अमेरिका के 10-ईयर ट्रेजरी और 2-ईयर ट्रेजरी यील्ड में मामूली गिरावट देखने को मिल रही थी। फिलहाल 10-ईयर ट्रेजरी यील्ड 4.53 पर और 2-ईयर ट्रेजरी यील्ड 4.04 पर दिख रही है।
डॉलर इंडेक्स
गुरुवार को डॉलर में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, इस सप्ताह अमेरिका-चीन टैरिफ समझौते से निवेशकों को राहत मिली। लेकिन अलग-अलग व्यापार समझौतों के स्वरूप को लेकर अनिश्चितता भी रही। इसके चलते निवेशक सतर्क नजर आए। दक्षिण कोरियाई वॉन में तेज उतार-चढ़ाव के बाद स्थिरता आई। फिलहाल डॉलर इंडेक्स 100.88 के स्तर पर दिख रहा है
FII और DII फंड फ्लो
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 14 मई को 931 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने उसी दिन 316 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।