Markets

Oil and gas stocks : ईरान-इजरायल के जंग की टेंशन हुई कम, जेएम फाइनेंशियल से जाने तेल एंड गैस शेयरों की कैसी रह सकती है चाल

Oil and gas stocks : ईरान-इजरायल के जंग की टेंशन हुई कम, जेएम फाइनेंशियल से जाने तेल एंड गैस शेयरों की कैसी रह सकती है चाल

Last Updated on June 16, 2025 17:34, PM by Pawan

Oil and gas stocks : तेल एंड गैस पर जेएम फाइनेंशियल की रिपोर्ट, ONGC और Oil India पर खरीदारी की सलाह, जानिए किन से रहे बाजार में ईरान-इजरायल के जंग की टेंशन कम हुई है। क्रूड के 74 डॉलर से नीचे खिसकने से बाजार को राहत मिली है। बाजार में निचले स्तरों से शानदार रिकवरी दिखी है। निफ्टी 24900 के ऊपर कारोबार कर रहा है। बैंक निफ्टी और मिडकैप शेयरों में भी नीचे से अच्छा उछाल आया है। वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX भी ठंडा पड़ा है। इसके साथ ही आज तेल और गैस शेयरों में रौनक देखने को मिली है। IGL और MGL में 2.5 से 4 फीसदी की मजबूती आई है। दोनों वायदा के टॉप गेनर्स में शुमार रहे हैं। उधर रिलायंस और ONCG में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। OMCS भी गिरावट से उबरने की कोशिश में हैं।

तेल एंड गैस पर जेएम फाइनेंशियल

इस बीच तेल एंड गैस पर जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान-इजरायल जंग से कच्चे तेल में उछाल आया है। सप्लाई बाधित होने के डर से ब्रेंट 74 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है। ईरान का 80–90 फीसदी तेल चीन खरीदता है। ईरान पर US की पाबंदी की आशंका से भी भाव उछले हैं।

 

ग्लोबल ऑयल सप्लाई और ईरान

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान 3.4 mbpd तेल का उत्पादन करता है और 1.5–2.0 mbpd तेल का एक्सपोर्ट करता है। 0.5–1.0 mbpd सप्लाई घटने पर क्रूड 5–10 डॉलर प्रति बैरल महंगा हो सकता है।

होर्मुज स्ट्रेट के ब्लॉक होने का खतरा

जेएम फाइनेंशियल का ये भी कहना है कि होर्मुज स्ट्रेट से दुनिया का 20–25 फीसदी तेल और LNG गुजरता है। अगर होर्मुज स्ट्रेट के ब्लॉक होता है तो ग्लोबल सप्लाई पर असर होगा।

क्रूड प्राइस का आउटलुक

जेएम फाइनेंशियल का मानना है कि जंग के चलते छोटी अवधि में ब्रेंट 70–80 डॉलर प्रति बैरल के बीच रह सकता है। स्थिति सामान्य होने पर कच्चा तेल 70 डॉलर प्रति बैरल के आसपास सेटल हो सकता है।

तेल एंड गैस शयरों पर JM Financial

JM Financial की ONGC और Oil India पर खरीदारी की सलाह। ब्रोकरेज का कहना है कि इन दोनों कंपनियों को महंगे क्रूड से फायदा होगा। शेयर का मौजूदा भाव 65 डॉलर प्रति बैरल को डिस्काउंट कर रहा है। क्रूड के भाव में 1 डॉलर प्रति बैरल के उछाल से कंपनियों के EPS में 1.5–2 फीसदी की बढ़ोतरी संभव है। 1-3 साल में ONGC 15 फीसदी तो Oil India 25 फीसदी उत्पादन बढ़ा सकते हैं।

वहीं, HPCL और IOC में JM Financial की बिकवाली की सलाह है। जबकि BPCL को होल्ड करने की सलाह है। ब्रोकरेज का कहना है कि OMCs पर क्रूड में तेजी का निगेटिव असर संभव है। क्रूड में प्रति बैरल 1 डॉलर के उछाल से ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन (GMM) में 0.5 रुपए प्रति लीटर की गिरावट आती है। OMCs के वैल्युएशन एतिहासिक औसत के ऊपर हैं।

OMCs: ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन का गणित

OMCs के ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन (GMM) के गणित की बात करें तो अगर क्रूड का भाव 77 डॉलर प्रति बैरल पर रहता है तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियों का ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन (GMM) 3.5 रुपए प्रति लीटर रहता है। वहीं, अगर क्रूड का भाव 73 डॉलर प्रति बैरल पर रहता है तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियों का ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन (GMM) 5.5 रुपए प्रति लीटर रहता है।

डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top