Last Updated on September 27, 2025 14:44, PM by Khushi Verma
Stock market : कल लगातार छठे कारोबारी सत्र में मंदड़ियों का दबदबा जारी रहा। 26 सितंबर को इंट्राडे में निफ्टी 24,650 के नीचे चला गया। सभी सेक्टरों में बिकवाली देखने को मिली। ब्रांडेड या पेटेंटेड दवा उत्पादों के आयात पर ट्रंप के 100 फीसदी टैरिफ़ के बाद फार्मा कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई। एक्सेंचर के कमज़ोर ग्रोथ आउटलुक के कारण आईटी शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। बाजार में पिछले 7 महीनों की सबसे लंबी गिरावट देखने को मिली है। निफ्टी 2 सितंबर के बाद पहली बार 24,700 के स्तर को पार कर गया। बीएसई सेंसेक्स भी 8 सितंबर के बाद पहली बार 81,000 के स्तर को पार चली गई।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि भारतीय बाज़ार में कल भारी गिरावट देखने को मिली है। दवा कंपनियों पर नए टैरिफ़ की मार से निवेशकों का सेंटीमेंट खराब हुआ है। दवा कंपनियों के शेयर भारी गिरावट देखने को मिली है।
एक्सेंचर के कमज़ोर गाइडेंस और नौकरियों में कटौती ने आईटी खर्च में कमी के संकेत दिए हैं। एआई-पर आधारित ग्रोथ उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। जिससे तकनीकी शेयरों में काफी बिकवाली हुई है। निवेशक सतर्क नजरिया अपनाए हुए हैं। ग्लोबल अनिश्चितता के बीच निवेशक निकट भविष्य में घरेलू निवेश और खपत पर फोकस कर रहे हैं।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी का कहना है। शुक्रवार को डेली चार्ट पर एक लंबी बियर कैंडल बनी, जो 25000-24900 के आसपास के महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तरों के निर्णायक रूप से टूटने का संकेत देती है। यह एक अच्छा संकेत नहीं है और अल्पावधि में और अधिक कमजोरी का संकेत देता है। तीन हफ़्तों की बढ़त के बाद साप्ताहिक चार्ट पर निफ्टी पर एक लॉन्ग बियर कैंडल बनी है। ये बाज़ार में तेज़ गिरावट की संभावना का संकेत है।
निफ्टी का रुझान निगेटिव है और बाजार अब अगले हफ़्ते तक 24400-24300 (पिछले स्विंग लो और 200-डे ईएमए) के अगले अहम सपोर्ट स्तर तक फिसल रहा है। निफ्टी के लिए 24850 के स्तर पर अहम रेजिस्टेंस है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी 25,000 के अहम सपोर्ट स्तर से नीचे टूट गया है। अब निफ्टी के लिए 24,550-24,500 के जोन में अहम सपोर्ट है। मार्केट का सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है। निफ्टी के 24,500 से नीचे जाने पर गिरावट बढ़ सकती है। निफ्टी 24,150 तक गिर सकता है। दूसरी ओर,अगर इंडेक्स 24,500 से ऊपर बना रहता है,तो इसमें तेज रिकवरी आ सकती है।
कोटक सिक्योरिटीज़ के अमोल अठावले का कहना है कि तकनीकी रूप के देखें तो वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक बियरिश कैंडल बनाई है। इंट्राडे चार्ट पर,यह एक लोअर टॉप पर बना हुआ है, जो मौजूदा स्तरों से और कमज़ोरी आने का संकेत है। बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड कमज़ोर है। लेकिन अस्थायी ओवरसोल्ड स्थितियों के कारण मौजूदा स्तरों से एक पुलबैक रैली देखने को मिल सकती है।
ट्रेडरों के लिए 24,800/81200 एक अहम स्तर होगा जिस पर नज़र रखनी होगी। इसके नीचे जाने पर करेक्शन बढ़ सकत है। नीचे की ओर,बाज़ार 24,500/80300 के स्तरों को फिर से टेस्ट कर सकता। आगे और भी गिरावट आ सकती है, जिससे निफ्टी संभवतः 24,350/79800, 24300/79600 तक गिर सकता है। इसके विपरीत, 24,800/81200 के ऊपर एक पुलबैक रैली देखने को मिल सकती है। ये रैली बाजार को 25,000-25,100/81800-82200 तक ले जा सकती है।
बैंक निफ्टी के लिए, 20-डे एसएमए या 54,750 एक अहम जोन होगा। इसके नीचे, जाने पर 54,000-53,800 तक गिरने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, अगर यह 20-डे एसएमए या 54,750 से ऊपर बना रहता है, तो यह 50-डे एसएमए या 55,300-55,500 तक वापस उछल सकता है। शॉर्ट टर्म ट्रेडरों को सतर्क रहना चाहिए और बहुत चुनिंदा शेयरों पर ही फोकस होना चाहिए, क्योंकि निचले स्तरों पर फंसने का जोखिम दिख रहा है