Last Updated on November 20, 2025 18:31, PM by Pawan
क्या करें निवेशक?
लिस्टिंग के बाद से कंपनी का घाटा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सितंबर में खत्म हुई तिमाही में, स्विगी का कंसोलिडेटेड नेट लॉस 1,092 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि के 626 करोड़ रुपये के नेट लॉस से ज्यादा है। हालांकि, यह पहली तिमाही (Q1FY26) के 1,197 करोड़ रुपये के घाटे से थोड़ा कम है। यह बढ़ता हुआ घाटा मुख्य रूप से कंपनी के क्विक कॉमर्स (तेज़ डिलीवरी) बिजनेस के विस्तार के कारण है। फिर भी कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 54% बढ़कर 5,561 करोड़ रुपये हो गया है।
Nuvama Institutional Equities का मानना है कि स्विगी की मौजूदा मुश्किलों की वजह 2019 से 2024 के बीच के छूटे हुए मौके हैं। इस दौरान स्विगी फूड डिलीवरी में जोमैटो से पिछड़ गई। वहीं, क्विक कॉमर्स में शुरुआत करने के बावजूद वह Blinkit और Zepto से पिछड़ गई। Bernstein और Nuvama दोनों ही स्विगी के लिए कुछ सकारात्मक संकेत देख रहे हैं और उन्होंने इस शेयर को ‘Buy’ करने की सलाह दी है। Nuvama ने शेयर के लिए 510 रुपये का लक्ष्य मूल्य रखा है, जो मौजूदा बाजार मूल्य 397 रुपये से 28% की बढ़ोतरी का संकेत देता है।