Last Updated on November 24, 2025 8:41, AM by Pawan
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में G20 समिट के दौरान इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की। इस मुलाकात में मेलोनी ने 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के बाहर हुए आतंकी हमले पर भारत के साथ एकजुटता जताई और आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने के इटली के वादे को दोहराया। बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने ‘आतंकवाद की फाइनेंसिंग का मुकाबला करने के लिए भारत–इटली संयुक्त पहल’ को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई। इस इनिशिएटिव का उद्देश्य आतंकवाद और उसकी फंडिंग से निपटने में दोनों देशों के सहयोग को और मजबूत करना है।
G20 समिट में पीएम मोदी ने जॉर्जिया मेलोनी से की मुलाकात
विदेश मंत्रालय (MEA) ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, “इस पहल का मकसद आतंकवाद के खिलाफ द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करना है और FATF तथा GCTF जैसे वैश्विक मंचों पर मिलकर काम करना भी इसका हिस्सा है।” इस बैठक में दोनों नेताओं ने ट्रेड, निवेश, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अंतरिक्ष, रक्षा, सुरक्षा, रिसर्च, इनोवेशन और सांस्कृतिक सहयोग जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने पर जोर दिया।
विदेश मंत्रालय की रिलीज़ में कहा गया, “प्रधानमंत्री मेलोनी ने भारत–EU फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को पूरा करने और 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले AI इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए इटली के मजबूत समर्थन को दोहराया।” बैठक के बाद PM मोदी ने X पर लिखा, “प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। भारत–इटली की रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है, जिसका फायदा दोनों देशों के लोगों को मिल रहा है।”
MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने जॉइंट स्ट्रेटेजिक एक्शन प्लान 2025-29 की प्रगति पर संतोष जताया। इस प्लान का उद्देश्य भारत और इटली के बीच आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग को और मजबूत करना है। PM मेलोनी ने 2026 में भारत में होने वाले AI समिट के लिए भी अपना पूरा समर्थन दिया, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते टेक और इन इनोवेशन में सहयोग को दर्शाता है। भारत और इटली के बीच 2023-24 में लगभग 15 बिलियन डॉलर का व्यापार होने का अनुमान है, जबकि 2000 से अब तक भारत में इटली का कुल निवेश लगभग 4 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है।