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बाबा रामदेव की पतंजलि फूड्स में बढ़ी एलआईसी की हिस्‍सेदारी, कितने खरीद लिए शेयर, क्‍या हैं इसके मायने?

बाबा रामदेव की पतंजलि फूड्स में बढ़ी एलआईसी की हिस्‍सेदारी, कितने खरीद लिए शेयर, क्‍या हैं इसके मायने?

Last Updated on May 23, 2025 23:19, PM by Pawan

नई दिल्‍ली: बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड में एलआईसी (लाइफ इंश्‍योरेंस कॉर्पोरेशन) ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। एलआईसी ने 23 मई को कंपनी के और शेयर खरीदे। अब एलआईसी के पास पतंजलि फूड्स की 9% से ज्यादा हिस्सेदारी है। पहले एलआईसी के पास पतंजलि फूड्स के 7.053% शेयर थे।

पतंजलि फूड्स ने स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि एलआईसी ने 2% और शेयर खरीदे हैं। इससे एलआईसी की कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ गई है।

 

अब एलआईसी के पतंजल‍ि फूड्स के क‍ितने शेयर?

पहले एलआईसी के पास पतंजलि फूड्स के 2,55,66,046 शेयर थे। यह कंपनी में 7.053% हिस्सेदारी थी। 23 मई को एलआईसी ने 73,51,084 शेयर और खरीदे। यह कंपनी में 2.027% हिस्सेदारी है।

अब एलआईसी के पास पतंजलि फूड्स के कुल 3,29,17,130 शेयर हैं। इससे कंपनी में एलआईसी की हिस्सेदारी 9.080% हो गई है। कंपनी ने कहा, ‘एलआईसी ने 2.027% हिस्सेदारी के बराबर शेयर खरीदे हैं।’ इसका मतलब है कि एलआईसी ने पतंजलि फूड्स में और पैसा लगाया है।

 

क्‍या हैं इसके मायने?

भारत में एक प्रमुख संस्थागत निवेशक एलआईसी का अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना पतंजलि फूड्स की भविष्य की संभावनाओं पर सकारात्मक दृष्टिकोण का संकेत देता है। यानी एलआईसी कंपनी और उसकी विकास क्षमता में मूल्य देखता है।

एलआईसी के पास कंपनी का 9% से अधिक हिस्सा होने के साथ पतंजलि फूड्स के पास अब एक महत्वपूर्ण और स्थिर संस्थागत निवेशक है। इससे अक्सर स्टॉक की कीमत में ज्‍यादा स्थिरता और समग्र रूप से निवेशकों का विश्वास बढ़ सकता है।

एलआईसी का निवेश अन्य निवेशकों के लिए एक संकेत के रूप में देखा जा सकता है कि पतंजलि फूड्स विकास क्षमता वाली कंपनी है। यह भविष्य में अधिक निवेश आकर्षित कर सकती है। एलआईसी अक्सर दीर्घकालिक विकास दृष्टिकोण वाली कंपनियों में निवेश करता है। यह कदम उस रणनीति के अनुरूप है, जो यह दर्शाता है कि एलआईसी एफएमसीजी क्षेत्र में पतंजलि फूड्स की लंबी अवधि की संभावनाओं में विश्वास करता है।

एलआईसी जैसे एक प्रमुख निवेशक की बढ़ी हुई हिस्सेदारी पतंजलि फूड्स की बाजार धारणा पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इससे कारोबार की मात्रा बढ़ सकती है। समय के साथ स्टॉक की कीमत में संभावित बढ़ोतरी हो सकती है।

(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, stock market news के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)

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