Last Updated on June 18, 2025 22:22, PM by Pawan
बाजार में ब्लॉक डील की भरमार लगी हुई है। कई कंपनियों में लगातार बड़े सौदे हो रहे हैं। हिस्सा बेचकर प्रोमोटर्स बाजार की तेजी को भुना रहे हैं। इस साल की ब्लॉक डील एक्टिविटी का एक बड़ा हिस्सा बहुराष्ट्रीय कंपनियों और प्रमोटरों द्वारा लिस्टेड कंपनियो में अपनी हिस्सेदारी बेचने के रूप में देखने को मिली है। इस दौरान संस्थागत निवेशकों ने अपनी होल्डिंग्स को आंशिक रूप से कम करने के लिए बाजार तरलता का फायदा उठाया है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से कई मामलों में,भारतीय सहायक कंपनियां अपनी ग्लोबल मदर कंपनियों की तुलना में प्रीमियम पर कारोबार कर रही हैं। ऐसे में उनकी कैपिटल रि-एलोकेशन की रणनीति उनके लिए फायदेमंद साबित हो रही है। गैर-रणनीतिक हिस्सेदारी बेच कर प्रोमोटर बाजार की तेजी का फायदा उठा रहे हैं। दूसरी ओर रिकॉर्ड स्तर की नकदी पर बैठे बड़े संस्थागत निवेशक और म्यूचुअल फंडों इन ब्लॉक डील्स में खूब खरीदारी की है।
बाजार में ब्लॉक डील की भरमार
बाजार में ब्लॉक डील की भरमार देखने को मिल रही है। 2025 की पहली छमाही में 2,000 करोड़ डॉलर की ब्लॉक डील हुई है। साल 2024 में 3000 करोड़ डॉलर की ब्लॉक डील हुई है। इस अवधि में निफ्टी ने 9 फीसदी रिटर्न दिया है। साल 2025 की पहली छमाही में 2000 करोड़ डॉलर की ब्लॉक डील हुई है। इस अवधि में निफ्टी ने 9 फीसदी रिटर्न दिया है।
किन शेयरों में बड़ी बल्क डील?
भारती एयरटेल में 12,880 करोड़ रुपए की ब्लॉक डील हुई है। वहीं, ITC में 12,940 करोड़ रुपए की और विशाल मेगा मार्ट में 10,220 करोड़ रुपए की ब्लॉक डील हुई है। एशियन पेंट्स में 9,600 करोड़ रुपए की ब्लॉक डील हुई है। बजाज फिनसर्व में 5,506 करोड़ रुपए की ब्लॉक डील हुई है। वहीं, हिंदुस्तान जिंक में 3,848 करोड़ रुपए और जुबिलेंट्स ग्रुप में 2,165 करोड़ रुपए की ब्लॉक डील हुई है। जबकि एप्टस वैल्यू हाउसिंग फाइनेंस में 2,063 करोड़ रुपए की ब्लॉक डील हुई है।