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Pakistan Stock Market: पाकिस्तान के बाजार में पैसों की बारिश, भारत रह गया पीछे, एक्सपर्ट ने कहा- 10 साल में बदल जाएगी तस्वीर

Pakistan Stock Market: पाकिस्तान के बाजार में पैसों की बारिश, भारत रह गया पीछे, एक्सपर्ट ने कहा- 10 साल में बदल जाएगी तस्वीर

Last Updated on November 20, 2025 7:57, AM by Khushi Verma

Pakistan stock market surge: पाकिस्तान के शेयर बाजार में इन दिनों रौनक छाई हुई है। इस साल कराची स्टॉक एक्सचेंज में करीब 40 फीसदी की तेजी आई है। यह भारत के सेंसेक्स और निफ्टी 50 से ज्यादा है।

पाकिस्तान के शेयर बाजार में तेजी
 
नई दिल्ली: पाकिस्तान के शेयर बाजार में इस समय पैसा ही पैसा बरस रहा है। दरअसल, पाकिस्तान के शेयर मार्केट में इस समय ऐसी तेजी बनी हुई है कि इसने भारत को पीछे छोड़ दिया है। रिटेल निवेशक इस तेजी में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सालों की उथल-पुथल और राजनीतिक अनिश्चितता के बाद यह पहला मौका है जब स्थानीय शेयर बाजार में इतना भरोसा दिख रहा है।साल 2025 में पाकिस्तान का बेंचमार्क कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE-100 इंडेक्स) करीब 40% चढ़ गया है। यह एशिया के सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक बन गया है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक सरकार की स्थिरता और अच्छे मुनाफे की उम्मीदों ने ऐसे लोगों को भी शेयर बाजार की ओर खींचा है, जो आमतौर पर जोखिम से बचते हैं। प्रॉपर्टी के दाम स्थिर हो गए हैं और पिछले दो सालों में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज आधा हो गया है। ऐसे में आम निवेशक दूसरे निवेश के विकल्पों की जगह इक्विटी यानी शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं

क्यों आ रही है तेजी?

टॉपलाइन सिक्योरिटीज लिमिटेड के सीईओ मोहम्मद सोहेल कहते हैं कि अभी बाजार में लिक्विडिटी (पैसे की उपलब्धता) की वजह से तेजी आ रही है। अगर यह पैसा कहीं और नहीं गया तो बाजार ऐसे ही मजबूत बना रहेगा।

फिच रेटिंग्स ने बढ़ाई रेटिंग

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था साल 2023 में कर्ज में डूबने के कगार पर पहुंच गई थी, लेकिन अब वह धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। छोटे निवेशक घरेलू शेयरों पर दांव लगा रहे हैं। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स और फिच रेटिंग्स जैसी एजेंसियों ने इस साल देश की रेटिंग बढ़ाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आईएमएफ समर्थित कार्यक्रमों के तहत बेहतर वित्तीय प्रबंधन और सुधारों की सराहना की है।

ट्रेडिंग में जबरदस्त उछाल

टॉपलाइन सिक्योरिटीज के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर तिमाही में पाकिस्तान में करीब 36 हजार नए ट्रेडिंग अकाउंट खोले गए। यह पिछले तीन महीनों के 23,600 नए रजिस्ट्रेशन से काफी ज्यादा है। ट्रेडिंग में भी जबरदस्त उछाल आया है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में रोजाना 200 मिलियन डॉलर से ज्यादा का कारोबार हुआ, जो साल 2017 के बाद सबसे ज्यादा है।

लेकिन एक परेशानी भी

पाकिस्तान में महंगाई शेयर मार्केट की इस अच्छी चाल को बिगाड़ सकती है। ब्लूमबर्ग इकोनॉमिक्स का अनुमान है कि कीमतों में और बढ़ोतरी होगी। अक्टूबर में महंगाई उम्मीद से ज्यादा बढ़ी थी, जिससे सेंट्रल बैंक शायद जून से पहले ब्याज दरें कम न कर पाए। भारत और अफगानिस्तान के साथ हालिया भू-राजनीतिक तनाव के बाद कोई भी बड़ी घटना बाजार के मूड को खराब कर सकती है।

विदेशी निवेशक निकल रहे बाहर

इस बीच, विदेशी निवेशक इस तेजी से बाहर निकलते दिख रहे हैं। साल 2025 में अब तक विदेशी फंड्स ने स्थानीय शेयरों में 308 मिलियन डॉलर की बिकवाली की है। यह 2018 के बाद सबसे बड़ी निकासी है।

मार्टिनसन, जिन्होंने अपने लगभग एक तिहाई निवेश पाकिस्तान के शेयरों में किए हैं, कहते हैं, ‘यहां से आगे बढ़ने के लिए, आपको यह उम्मीद करनी होगी कि अगले 10 साल पाकिस्तान के लिए पिछले 10 सालों से बेहतर होंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम पाकिस्तान में और भी ज्यादा बढ़त देख सकते हैं, लेकिन यह पिछले कुछ सालों की तुलना में धीमी और स्थिर हो सकती है।’

भारत की क्या स्थिति?

इस साल पाकिस्तान के KSE-100 इंडेक्स में जहां करीब 40 फीसदी की तेजी आई है, वहीं भारतीय शेयर मार्केट की स्थिति काफी खराब है। इस साल सेंसेक्स में करीब 8.50% की ही तेजी आई है। वहीं निफ्टी 50 की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। निफ्टी 50 में इस साल करीब 10 फीसदी की ही तेजी देखने को मिली है।

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