Last Updated on November 24, 2025 12:30, PM by Pawan
HAL Share Price: डिफेंस सेक्टर की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों में आज बिकवाली की ऐसी तगड़ी आंधी आई कि यह करीब 9% टूट गया। पिछले हफ्ते शुक्रवार को दुबई एयर शो के दौरान एचयूएल की बनाई हुई तेजस लड़ाकू विमान में लगी आग में आज सोमवार को स्टॉक मार्केट में इसके शेयर बुरी तरह झुलस गए। इस हादसे में भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी की मौत भी हुई है। इस हादसे ने एचएएल के शेयरों को तोड़ दिया और आज इंट्रा-डे में यह 8.48% टूटकर ₹4205.25 तक आ गया। निचले स्तर पर खरीदारी से शेयरों ने संभलने की कोशिश तो जरूरी की लेकिन अब भी यह काफी दबाव में हैं। फिलहाल बीएसई पर यह 3.55% की गिरावट के साथ ₹4431.85 पर है। इसके शेयर 3 मार्च 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹3045.95 पर थे जिससे दो ही महीने में यह करीब 70% उछलकर 16 मई 2025 को ₹5166.00 पर पहुंच गया।
Tejas Fighter Jet crash: क्या है पूरा मामला
तेजस का लड़ाकू जहाज शुक्रवार को दोपहर में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के साामने युद्धाभ्यास करते हुए हादसे का शिकार हो गई। घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें तेजस का सिंगल-सीट वाला हल्का लड़ाकू विमान (लाइट कोम्बाट एयरक्राफ्ट-LCA) जमीन पर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है और तुरंत ही आग की लपटें उठने लगी हैं। वीडियो में दुबई वर्ल्ड सेंट्रल स्थित अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ऊपर काले धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा है। इसके चलते सायरन बजा तो लोगों का ध्यान इस पर गया। भारतीय वायुसेना ने एक बयान में दुर्घटना में पायलट की मौत की पुष्टि की है। इंडियन एयर फोर्स ने जान-मान के इस नुकसान पर गहरा दुख जताया है और पायलट के परिवार के साथ गहरी संवेदना जताई है। साथ ही वायु सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बनाने की भी बात कही है।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
तेजस को ऐरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने डेवलप किया है और एचएएल और भारतीय वायु सेना ने मिलकर बनाया है। बोनांजा के रिसर्च एनालिस्ट अभिनव तिवारी का कहना है कि जब एचएएल के जहाज के साथ हादसा होता है जैसे कि इससे पहले मार्च 2024 और फरवरी 2019 में, इसके शेयरों को झटका लगा है। अभिनव का मानना है कि स्थिति तभी सुधर सकती है, जब कंपनी यह पुष्टि कर दे कि दुबई में हुआ हादसा कोई बड़ा टेक्निकल इश्यू नहीं है। अब आगे की बात करें तो उनका मानना है कि अगर आगे की डिलीवरी और निर्यात से जुड़ी योजनाओं पर हादसे का असर नहीं पड़ता है तो एचएएल का शेयर धीरे-धीरे रिकवर हो सकता है।
विभावंगल अनुकूलकारा के फाउंडर और एमडी सिद्धार्थ मौर्य का कहना है कि दुबई एयर शो में तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से एचएएल के शेयरों पर दबाव दिख सकता है लेकिन लॉन्ग-टर्म वैल्यूशन पर अधिक असर नहीं पड़ेगा। उनका मानना है कि जब तक कोई स्ट्रक्चरल खामी सामने नहीं आती है, इस प्रकार की घटनाओं से लॉन्ग टर्म के वैल्यूएशन पर अधिक असर नहीं दिखता है। HAL के पास अभी भी एक मजबूत ऑर्डर बुक है, जिसमें तेजस के बड़े ऑर्डर शामिल हैं और उनका मानना है कि अगर ऐसी ही स्थिति रही तो गिरावट लॉन्ग-टर्म के निवेश के लिए मौका है
वहीं INVasset PMS के हर्षल दासानी का कहना कि वैश्विक मंच पर तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने से स्वाभाविक रूप से विश्वसनीयता, निर्यात तैयारी और सुरक्षा पर सवाल उठते हैं। उनका कहना है कि सरकार ने तेल रिसाव से जुड़ी चिंताओं को खारिज किया था लेकिन दुबई में हुए हादसे से HAL पर निगरानी बढ़ जाएगी। हालांकि शेयरों को लेकर उनका कहना है कि लॉन्ग टर्म में अधिक असर नहीं दिखेगा लेकिन हाई वैल्यूशन के चलते शॉर्ट टर्म में दबाव दिख सकता है। उनका मानना है कि अब फिलहाल सब कुछ जांच के नतीजे और टेक्निकल लेवल पर स्पष्टता को लेकर कंपनी की स्पीड पर निर्भर करेगी।
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